कोरोना के इस दौर में काफी कुछ बदल गया है. कई बड़ी कंपनियां अभी भी वर्क फ्रॉर्म होम करा रही है. इसीलिए इन नौकरीपेशा को इस बार आम बजट से काफी उम्मीदें है. क्योंकि घर से काम करने में कर्मचारी को इंटरनेट, कुर्सी-मेज और कई बार तो छोटा ऑफिस तक सेट-अप करना पड़ा है. इसीलिए, नौकरीपेशा को उम्मीद है की सरकार स्टैंडर्ड डिडक्शन में छूट दें.
(1) टैक्स छूट बढ़कर 3 लाख रुपये होने की उम्मीद
नौकरीपेशा को पूरी उम्मीद है कि इस बार सरकार टैक्स छूट की सीमा को बढ़ा सकती है. फिलहाल टैक्स छूट की सीमा 2.5 लाख रुपये है, जिसे बढ़ाकर 3 लाख रुपये किया जा सकता है.
ऐसी उम्मीद इसलिए भी की जा रही है, क्योंकि पिछले करीब 7 साल से टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं हुआ है. इससे पहले जुलाई 2014 में आए बजट में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने यह सीमा 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 2.5 लाख रुपये की थी.
(2) बढ़ सकती है 80सी के तहत टैक्स छूट सीमा
मौजूदा समय में इनकम टैक्स अधिनियम की धारा 80सी के तहत निवेशकर इनकम टैक्स में 1.5 लाख रुपये तक की आय पर टैक्स छू पाई जा सकती है.
अब इसे बढ़ाकर 2 लाख रुपये तक किए जाने की उम्मीद है. सुझाव तो यहां तक दिए जा रहे हैं कि इसे बढ़ाकर दोगुना यानी 3 लाख रुपये किया जाना चाहिए.
इसमें भी पिछले 7 साल से कोई बदलाव नहीं हुआ है.जुलाई 2014 में ही तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इसे 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.5 लाख रुपये किया था.
(3) मेडिकल इंश्योरेंस पर मिल सकती है राहत
कोरोना काल को देखते हुए ये भी उम्मीद की जा रही है मेडिकल इंश्योरेंस को देखते हुए इस बार सरकार 80डी के तहत मिलने वाले 25000 रुपये तक के डिडक्शन को बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर सकती है. वहीं सीनियर सिटिजन के लिए ये सीमा बढ़ाकर 75 हजार रुपये तक किए जाने की उम्मीद की जा रही है.